कोरोना का नया जे एन 1 वैरिएंट क्या है? क्या यह ओमीक्रॉन के मुकाबले ज़्यादा खतरनाक है? इसके संकेत और लक्षण क्या हैं? जे एन 1 वैरिएंट के लगातार फ़ैलाने के समाचारों से निश्चित ही सबके मन में ये सवाल आ रहे होंगें।
2020 को कोई नहीं भूल सकता है। कोरोना त्रासदी के कारण 2020 – 2021 में पूरे विश्व ने बहुत सी कठिनाइनाइयाँ झेली हैं। कोविड -19 एक संक्रामक बीमारी है, जो जड़ से कभी ख़त्म नहीं होगी। डब्लू एच ओ (WHO ) के अनुसार “जे एन 1 कई देशों में रिपोर्ट किया जा रहा है, और इसका प्रचलन विश्व स्तर पर तेजी से बढ़ रहा है…” ऐसा इसलिए है क्योंकि संसथान ने जे एन 1 को “रुचि के प्रकार (VOI)” के रूप में वर्गीकृत किया है।
डब्ल्यूएचओ का क्या कहना है
WHO का कहना है कि JN.1 वैरिएंट के स्वास्थ्य प्रभाव को जानने के लिए और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है। हालाँकि, भारत के लिए, उत्तर, कम से कम अभी के लिए, “नहीं” है। ऐसा इसलिए क्यूँकि:
- जे एन 1 सबवेरिएंट के कारण संक्रमण अब तक हल्का बताया गया है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की पूर्व महानिदेशक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने गुरुवार को कहा, “…हमें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि हमारे पास यह सुझाव देने के लिए कोई डेटा नहीं है कि यह वैरिएंट जेएन.1 अधिक गंभीर है या अधिक जानलेवा है। “
#WATCH | On JN.1 COVID variant, Dr Soumya Swaminathan, Former DG, Indian Council of Medical Research (ICMR) says, “We need to be cautious, but we don’t need to worry because we don’t have any data to suggest that this variant JN.1 is more severe or it’s going to cause more… pic.twitter.com/HRcpgUjCWj
— ANI (@ANI) December 21, 2023
- डब्ल्यूएचओ की अधिकारी मारिया वान केरखोव ने कहा कि सभी स्वीकृत कोविड-19 टीके गंभीर बीमारी और मृत्यु से सुरक्षा प्रदान करते हैं। उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा, “इसमें जे एन 1 सहित सभी प्रसारित वेरिएंट शामिल हैं। XBB.1.5 मोनोवैलेंट टीकों द्वारा सुरक्षा जे एन 1 के खिलाफ प्रभावी होने की संभावना है”।
Dr @mvankerkhove talks about the current surge in respiratory diseases #COVID19 and JN.1 subvariant.
WHO continues to assess the situation. Follow WHO’s public health advice to keep your families and friends safe during this holiday season. pic.twitter.com/HvAZVMMN49
— World Health Organization (WHO) (@WHO) December 17, 2023
कोविड के बारे में इन बातों का रखें ध्यान
इसका मतलब ये नहीं है कि आप बेफिक्र हो जाएँ। नीचे दी गयी बातों पर ध्यान देना भी ज़रूरी है :
- जे एन 1 वैरिएंट ज़्यादा तेज़ी से फैलता है। ” यह वैरिएंट सभी WHO क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रहा है और कुछ देशों में सबसे प्रचलित वैरिएंट बन गया है।” – डब्ल्यूएचओ
- जे एन 1 वैरिएंट ज़्यादा आसानी से शरीर कि इम्मयूनिटी पर असर डालती है।
- डब्ल्यूएचओ का कहना है कि सर्दियों के मौसम में लोगों को इस बात से अवगत होना चाहिए कि, कुल मिलाकर, SARS-CoV-2 (कोविड-19 बीमारी का कारण बनने वाला वायरस) और सह-परिसंचारी रोगजनक (इन्फ्लूएंजा, फ्लू, राइनोवायरस आदि) सांस लेने वाले रोगों को और बढ़ा सकता है ।
सावधानी ज़रूरी है
कोविड हर वक़्त जानलेवा नहीं होता है। लेकिन सावधानी न बरतने से इसके दुष्परिणाम भी हो सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ दोहराते रहे हैं कि घबराने या चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है क्योंकि भारतीय अधिकारी और सरकार वायरस पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। कुछ राज्यों और जिला प्रशासनों ने लोगों से मास्क पहनने का आग्रह करते हुए सलाह जारी की है।