आज हम पेट कैंसर के बारे में और विस्तार से जानेंगे। पेट के कैंसर को गैस्ट्रिक कैंसर भी कहा जाता है।
यह एक गंभीर बीमारी है, जिसमें पेट की स्वस्थ कोशिकाएं कैंसर से ग्रस्त हो जाती हैं। यह कोशिकाएं अनियंत्रित गति से विभाजित होने लगती हैं और अनियंत्रित विभाजन के कारण एक ट्यूमर/गांठ बनती है। यह गांठ शरीर के रोजमर्रा के कामों में खनन डालती है, जिससे शरीर में परेशानियाँ उत्पन्न होती हैं।
पेट शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है। यह भोजन के पाचन का कार्य करता है। भोजन शरीर को संचालित करने के लिए आवश्यक है क्योकि यह शरीर को आवश्यक ऊर्जा देता है । पाचन तंत्र तभी काम कर सकता है जब पेट और उसके अंग स्वस्थ होंगे , पर कैंसर इसमें बाधा बनता है।
हमारे पेट की दीवारें ऊत्तकों की पांच परतो से मिलकर बनती है और कैंसर इन्ही दीवारों को नुकसान पहुचांता है। यह कैंसर शरीर के बाकी हिस्सों में भी फ़ैल सकता है। पेट का कैंसर दुनिया में पांचवा सबसे ज्यादा पाया जाने वाला कैंसर है ।
पेट कैंसर के प्रकार
1. एडेनोकार्सिनोमा (Adenocarcinoma): यह सबसे आम प्रकार का पेट कैंसर है। यह पेट की सबसे भीतरी परत से शुरू होता है और शरीर के बाकी हिस्सों में फैल सकता है।अक्सर दिन-प्रतिदिन की जीवनशैली और आहार के बदलते पैटर्न के कारण विकसित होता है।
2. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्ट्रोमल ट्यूमर (Gastrointestinal Stromal Tumors): यह पेट में स्थित दीवारों की कोशिकाओं की प्रारंभिक अवस्था में फैलता है। यह बहुत ही धीरे फैलता है, और इसकी वजह से इसका पता चलना कठिन हो सकता है।
3. न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर (Neuroendocrine Tumors): यह पेट और पाचन तंत्र की कोशिकाओं में शुरू होता है और अन्य स्वस्थ कोशिकाओं की तरह रहता है। इसका विकास भी बहुत ही धीमा होता है।
4. लिम्फोमा (Lymphomas): यह भी पेट के कैंसर का एक महत्वपूर्ण प्रकार है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में शुरू होता है। आमतौर पर यह शरीर के अन्य भागों में शुरू होता है, लेकिन कई बार पेट में भी हो सकता है।
बचाव के तरीके
पेट का कैंसर एक गंभीर बीमारी है जिसके आपके शरीर पर गंभीर परिणाम हो सकते है। इसलिए यही सलाह दी जाती है की शरीर की इस प्रकार की बीमारियों से रक्षा ओर बचाव करना चाहिए। नीचे कुछ तरीके हैं जिन्हें आप अपने जीवन में उतार सकते हैं:
- व्यायाम पर ध्यान दे: एक सेहतमंद शरीर के लिए व्यायाम करना बहुत जरुरी है। नियमित व्यायाम से पेट की मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं।
- अच्छा खाएं स्वस्थ रहे: भोजन शरीर के लिए कई मायनो में जरूरी है। अच्छा और स्वस्थ खाना शरीर को ताकतवर बनता है और कई बीमारियों से बचाता है। फल, सब्जी, गेहूँ, दालें और नट्स जैसे पोषण से भरपूर आहार का सेवन करें।
- अपना वजन नियंत्रित रखे: ज्यादा वजन पेट में कैंसर का कारण बन सकता है। ये न केवल कैंसर बल्कि कई दूसरी बीमारियों को भी न्योता दे सकता है । इसीलिए अपने वजन को हमेशा नियंत्रित रखना चाहिए।
- धूम्रपान न करे: धूम्रपान करने से गैस्ट्रिक कैंसर होने का खतरा दोगुना हो जाता है। ऐसा इसलिए, क्योकि ये कोशिकाओं के डीएनए ( DNA ) को नुकसान पहुचांता है। धूम्रपान करने से फेफड़ो को भी हानि पहुँचती है।
- शराब को ना कहे: शराब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को हानि पहुँचाती है। ये गैस्ट्रिक कैंसर का भी एक प्रमुख कारण है।
पेट के कैंसर से बचना चाहते है तो आपको इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए। साथ ही आपको अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करने होंगे जो आपकी सेहत को और बेहतर बनाएंगे।
यहाँ जो बचाव के तरीके बताये गए है उनका इस्तेमाल करके आप इस कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते है।